इस साल अंडे के बाजार में ऐसी गिरावट देखी गई है, जैसी कई वर्षों में नहीं हुई थी। फरवरी की शुरुआत से ही अंडों के दाम लगातार गिर रहे हैं, जिससे पोल्ट्री किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। राष्ट्रीय अंडा समन्वय समिति (NECC) द्वारा तय किए गए दाम और बाजार में मिलने वाले भाव में भारी अंतर है। पोल्ट्री विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में अंडे की कीमत इतनी कम हो गई है कि किसानों को लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है। अजमेर और हरियाणा के बरवाला जैसे बड़े अंडा बाजारों में 100 अंडों की कीमत घटकर मात्र 200 रुपये तक आ गई है, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है।
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फरवरी की शुरुआत से ही गिरा बाजार
सामान्यत: फरवरी में मौसम बदलने लगता है और पोल्ट्री बाजार में हलचल देखी जाती है। लेकिन इस बार अंडों की कीमतें महीने की शुरुआत से ही गिरने लगीं। दिसंबर 2024 में बरवाला मंडी में 100 अंडे 628 रुपये तक बिके थे, जबकि जनवरी के अंत तक यह घटकर 442 रुपये पर आ गए। फरवरी में भी गिरावट जारी रही और 5 फरवरी को 100 अंडों की कीमत 415 रुपये दर्ज की गई। इसी तरह, अजमेर मंडी में दिसंबर में 100 अंडों की कीमत 632 रुपये थी, जो जनवरी के अंत तक 445 रुपये और 5 फरवरी को 430 रुपये हो गई।
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पोल्ट्री किसानों की बढ़ी मुश्किलें
मौजूदा समय में पोल्ट्री किसान भारी संकट से जूझ रहे हैं। अंडे के दाम गिरने से उनकी लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है, क्योंकि चारे की कीमतें बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो मार्च-अप्रैल में पोल्ट्री किसानों को और नुकसान झेलना पड़ सकता है। देश के सबसे बड़े अंडा बाजार नमक्कल में भी गिरावट जारी है, जहां 5 फरवरी को 100 अंडों की कीमत 465 रुपये रही। किसानों को सरकार से इस संकट का समाधान निकालने की उम्मीद है।